बैंकहरूको खराब कर्जा बढेसँगै नाफामा प्रभाव परेको छ।
चालु आर्थिक वर्ष २०७९/८० को दोस्रो त्रैमासको वित्तीय विवरण प्रकाशित गरेका २० वाणिज्य बैंकहरूको नाफामा असर परेको देखिएको हो।
वित्तीय विवरण प्रकाशित गरेकामध्ये १२ वाणिज्य बैंकको खराब कर्जा न्यूनतम २.२४ प्रतिशतदेखि ४.५२ प्रतिशतसम्म पुगेको छ।
खराब कर्जा बढ्दा बैंकहरूले यसका लागि राखिने जोखिम प्रावधान बढ्छ र नाफामा असर पर्छ। यस्तो कर्जा पाँच प्रतिशत पुगेमा राष्ट्र बैंकले नै व्यवस्थापन सम्हालेर सुधार समेत गर्ने गरेको छ। कृषि विकास बैंकको यो अनुपात सबैभन्दा धेरै देखिएको हो।
कुल २० वाणिज्य बैंकको नाफा भने गत आर्थिक वर्ष २०७८/७९ को तुलनामा चालु आर्थिक वर्षको यो अवधिमा भन्दा १२.४५ प्रतिशतले बढेर ३० अर्ब ६ करोड रूपैयाँ पुगेको छ।
गत आर्थिक वर्षमा भने नाफा २६ अर्ब ७३ करोड रूपैयाँ थियो। सिटिजन्स बैंक, प्रभु बैंक, प्राइम कमर्सियल बैंक, सनराइज बैंक र नेपाल बैंकको नाफा एक प्रतिशतदेखि ३१ प्रतिशतसम्म वृद्धि भएको हो। कृषि विकास बैंक भने १२ करोड रूपैयाँ नोक्सानमा छ।
केही समयअघिदेखि उपभोक्ता मागमा आएको कमीको कारण त्यसको असर बैंकमा समेत परेको नबिल बैंकका नायब प्रमुख कार्यकारी अधिकृत मनोज ज्ञवाली बताउँछन्।
'अहिले व्यवसायीहरूको कारोबारमा समेत २०/३० प्रतिशत कमी आएको बताइरहेका छन्,' ज्ञवालीले भने, 'सहकारी लगायतका क्षेत्रबाट लिएर बैंकको ऋण म्यानेज गर्ने व्यवसायीले समेत त्यसो गर्न सकेका छैनन्। त्यसैले पनि खराब कर्जा केही बढेको देखिएको हो।'
नेपालको अर्थतन्त्र सानो भएकाले सरकारले उद्योगी व्यवसायीको मनोबल उकास्न सकेको खण्डमा खराब कर्जा व्यवस्थापन हुँदै जाने उनी बताउँछन्। त्यस्तै अहिले कतिपय बैंकले खराब हुने अवस्थामा रहेको कर्जालाई समेत 'लगानी सम्पत्ति' शीर्षकमा देखाएकाले पनि यो छोपिएको छ। सबै बैंकको केही न केही खराब कर्जा बढेको उनको भनाइ छ।
बैंकहरूको प्रकाशित वित्तीय विवरणमा भने कुल ब्याज आम्दानी भने ३९.५१ प्रतिशतले वृद्धि भएर ७७ अर्ब ९९ करोड रूपैयाँ पुगेको छ। कृषि विकास बैंकको बाहेक अन्य सबैको ब्याज आम्दानी बढेको छ।
बैंकहरूले पाकेर पनि करिब २० अर्ब रूपैयाँ बराबरको ब्याज उठाउन सकेका छैनन्।
बैंकहरूले यही कारण नियामकीय प्रावधानमा १२ अर्ब ४६ करोड रूपैयाँ राखेका छन्। बैंकहरूले उठ्न नसकेको ब्याज रकमको ६३ प्रतिशत बराबर रकम यस्तो प्रावधानको रुपमा राख्नु पर्छ।
यस आधारमा बैंकहरूले कुल १९ अर्ब ७७ करोड रूपैयाँ ब्याज असुल गर्न नसकेका हुन्।
बैंकहरूको लाभांशको रूपमा वितरण योग्य नाफा २१ अर्ब ३० करोड रूपैयाँ बराबर छ। कुल बैंकहरूले औसत ८.३७ प्रतिशतको दरमा लाभांश बाँड्न सकिने देखिन्छ।
एनआइसी एसिया बैंकले सबैभन्दा धेरै, ३२.४३ प्रतिशत र त्यसपछि एभरेष्ट बैंकले २६.५६ प्रतिशतको दरमा लाभांश बाँड्न सक्ने देखिन्छ। बैंकहरूको चुक्ता पुँजी भने १२.४४ प्रतिशतले बढेर तीन खर्ब चार अर्ब रूपैयाँ पुगेको छ।
२० वाणिज्य बैंकको चालु आर्थिक वर्ष २०७९/८० को दोस्रो त्रैमाशको वित्तीय विवरण (रूपैयाँ करोडमा)
|
नाफा रू करोडमा |
फरक प्रतिशत |
खुद ब्याज आम्दानी रू करोडमा |
फरक प्रतिशत |
खराब कर्जा प्रतिशत |
नियामकीय प्रावधान रू करोडमा |
प्रभु बैंक |
119 |
126 |
-5.6 |
339 |
282 |
20.2 |
1.98 |
1.23 |
0 |
सिभिल बैंक |
63 |
50 |
26.0 |
225 |
146 |
54.1 |
2.41 |
0.94 |
87 |
नबिल बैंक |
341 |
218 |
56.4 |
783 |
421 |
86.0 |
2.98 |
1.11 |
124 |
सिटिजन्स बैंक |
84 |
123 |
-31.7 |
284 |
239 |
18.8 |
2.99 |
1.87 |
46 |
स्ट्याण्डर्ड चार्टर्ड बैंक |
175 |
108 |
62.0 |
284 |
165 |
72.1 |
0.72 |
0.44 |
37 |
एभरेष्ट बैंक |
158 |
83 |
90.4 |
367 |
212 |
73.1 |
0.55 |
0.26 |
32 |
कृषि विकास |
-12 |
142 |
-108.5 |
372 |
374 |
-0.5 |
4.52 |
2.08 |
79 |
सानिमा बैंक |
128 |
107 |
19.6 |
321 |
218 |
47.2 |
0.77 |
0.31 |
22 |
एनएमबी |
190 |
171 |
11.1 |
426 |
271 |
57.2 |
2.24 |
1.49 |
70 |
नेपाल एसबिआई |
117 |
78 |
50.0 |
267 |
171 |
56.1 |
0.47 |
0.14 |
28 |
हिमालयन बैंक |
95 |
74 |
28.4 |
364 |
191 |
90.6 |
3.77 |
0.72 |
77 |
लक्ष्मी बैंक |
107 |
81 |
32.1 |
276 |
160 |
72.5 |
1.56 |
0.83 |
33 |
माछापुच्छ्रे |
102 |
101 |
1.0 |
279 |
224 |
24.6 |
1.41 |
0.57 |
46 |
प्राइम कमर्सियल |
165 |
167 |
-1.2 |
353 |
276 |
27.9 |
2.81 |
0.78 |
136 |
सनराइज बैंक |
65 |
74 |
-12.2 |
291 |
183 |
59.0 |
3.36 |
1.41 |
36 |
राष्ट्रिय वाणिज्य बैंक |
271 |
177 |
53.1 |
600 |
452 |
32.7 |
2.79 |
3.06 |
4 |
ग्लोबल आइएमई |
278 |
255 |
9.0 |
654 |
479 |
36.5 |
2.92 |
1.13 |
107 |
एनआइसी एसिया |
327 |
240 |
36.3 |
529 |
524 |
1.0 |
0.51 |
0.47 |
153 |
सिद्धार्थ बैंक |
116 |
157 |
-26.1 |
401 |
300 |
33.7 |
2.87 |
0.37 |
38 |
नेपाल बैंक |
117 |
141 |
-17.0 |
384 |
302 |
27.2 |
3.11 |
1.91 |
91 |
कुल |
3006 |
2673 |
12.5 |
7799 |
5590 |
39.5 |
2.237 |
1.056 |
1246 |